सहलाना भी उसका क्या अजीब है ना, जभी सोचूँ जन्नत सा सुकून था ना। सहलाना भी उसका क्या अजीब है ना, जभी सोचूँ जन्नत सा सुकून था ना।
वो मेरी एक छोटी-सी आवाज़ पे दौड़े चले आना भूख लगने पर खुद से पहले खाना खिलाना वो प्यारी-सी मुस्कान के ... वो मेरी एक छोटी-सी आवाज़ पे दौड़े चले आना भूख लगने पर खुद से पहले खाना खिलाना वो प...
कर एक अहसान उस पे, तुझमें तेरे पिता का जो है। ना उम्मीद के साथ कह, उन्हें याद किया ! कर एक अहसान उस पे, तुझमें तेरे पिता का जो है। ना उम्मीद के साथ कह, उन्हें या...
सागर की लहरों जैसे हमारी कामयाबी की तरंगे वैसे ! सागर की लहरों जैसे हमारी कामयाबी की तरंगे वैसे !
अम्मी का मन पहचान लेता, उसके बच्चों के लिए क्या गल्त क्या सही है। अम्मी का मन पहचान लेता, उसके बच्चों के लिए क्या गल्त क्या सही है।
यह कविता एक बेटे के अपने माँ के प्रति स्नेह दर्शाती है| बेटा, जो अपने माँ से दूर है, अपनी माँ को याद... यह कविता एक बेटे के अपने माँ के प्रति स्नेह दर्शाती है| बेटा, जो अपने माँ से दूर...